नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने का दृष्टिकोण साकार करने के लिए विचार-विमर्श और कार्रवाई-योग्य विचारों की पहचान को मंगलवार को विभिन्न क्षेत्रों के हितधारकों के साथ बातचीत की।
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि इस संवाद में शामिल प्रतिभागियों में विभिन्न उद्योगों, स्टार्टअप, उभरते क्षेत्रों, वित्तीय-प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं, सामाजिक क्षेत्र, शिक्षा और शोध संस्थान के विशेषज्ञ शामिल थे।
बातचीत के दौरान मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन भी मौजूद थे।
मंत्रालय ने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘इस बातचीत का उद्देश्य भारत की क्षमता को उजागर करने के लिए एक गहरी, सहयोगात्मक बातचीत को बढ़ावा देना और भारत के विकास पथ को तेज करने के लिए सुझाव मांगना है।’’
यह चर्चा बैंकिंग और बीमा क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का लाभ उठाने, जीवन में सुगमता को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग, समावेशी विकास और सामाजिक-आर्थिक विकास, आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य हासिल करने और हरित एवं टिकाऊ विकास पर केंद्रित रही।
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