नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने शनिवार को कहा कि उसने असम के कुएं में गैस रिसाव को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
यह रिसाव या प्राकृतिक गैस का अनियंत्रित प्रवाह – 12 जून को ओएनजीसी के रुद्रसागर तेल क्षेत्र के बारीचुक में एक कुएं में हुआ था। एक निजी फर्म एसके पेट्रो सर्विसेज ओएनजीसी की ओर से कुएं का संचालन कर रही थी।
ओएनजीसी ने एक बयान में कहा कि उसने आरडीएस 147ए में अपने कुआं नियंत्रण कार्यों में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे गैस का प्रवाह दर काफी कम हो गई है।
अमेरिका की सीयूडीडी प्रेशर कंट्रोल का अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ दल शुक्रवार को मौके पर पहुंचा और हालात का प्रारंभिक आकलन किया है। दल ने ओएनजीसी द्वारा अब तक की गई सभी कार्रवाइयों की समीक्षा की है।
बयान में कहा गया, ”विशेषज्ञों ने अभी तक की रणनीति और क्रियान्वयन पर अपनी सहमति जताई, जो कुएं के सुरक्षित प्रबंधन के लिए ओएनजीसी के नजरिये की पुष्टि करता है।”
हालांकि इस बात की कोई समयसीमा नहीं बताई गई है कि रिसाव को कब तक पूरी तरह से नियंत्रित किया जाएगा।
ओएनजीसी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गैस का पता लगाने के लिए कुएं के आसपास हवा के कम विस्फोटक सीमा स्तरों की लगातार निगरानी कर रही है।
भाषा पाण्डेय
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