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Saturday, 18 May, 2024
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उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 37 अंक मजबूत, निफ्टी लगभग स्थिर

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(तस्वीर के साथ)

मुंबई, दो सितंबर (भाषा) घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को उतार-चढ़ाव के बीच बीएसई सेंसेक्स लगभग 37 अंक की बढ़त में रहा। वैश्विक वृद्धि में नरमी और विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा नीतिगत दर बढ़ाने को लेकर चिंता के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव रहा।

कारोबारियों ने कहा कि रुपये की विनिमय दर में गिरावट तथा विदेशी पूंजी की निकासी से भी निवेशक जोखिम लेने से बचे।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स कारोबार के दौरान काफी समय तक कभी लाभ में और कभी नुकसान में रहा। अंत में यह 36.74 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,803.33 अंक पर बंद हुआ।

वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 3.35 अंक यानी 0.02 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 17,539.45 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में एचडीएफसी लि. सबसे अधिक 1.75 प्रतिशत लाभ में रहा। इसके अलावा आईटीसी, लार्सन एंड टुब्रो, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक और भारतीय स्टेट बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे।

दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में मारुति सुजुकी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले, टाटा स्टील और इन्फोसिस शामिल हैं। इनमें 1.19 प्रतिशत की गिरावट आई।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार आज मजबूत दिशा को लेकर संघर्ष करता दिखा। अमेरिका में रोजगार के आंकड़े जारी होने से पहले वैश्विक बाजारों में बिकवाली दबाव रहा। रोजगार आंकड़ों से फेडरल रिजर्व के कदम के बारे में महत्वपूर्ण संकेत मिलेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और सहयोगी देशों की बैठक से पहले कच्चे तेल के दाम में तेजी रही। ऐसी आशंका है कि वैश्विक स्तर पर कमजोर वृद्धि को लेकर चिंता के बावजूद ओपेक और सहयोगी देश उत्पादन बढ़ाने का निर्णय कर सकते हैं। निकट भविष्य में डॉलर सूचकांक में तेजी और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में वृद्धि का असर बाजार में उतार-चढ़ाव के रूप में दिख सकता है।’’

अवकाश के कारण कम कारोबारी सत्रों वाले सप्ताह में सेंसेक्स 30.54 अंक यानी 0.05 प्रतिशत जबकि निफ्टी 19.45 अंक यानी 0.11 प्रतिशत के नुकसान में रहा।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘कई वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारतीय बाजार में मजबूती दिख रही है। बाजार में निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव रह सकता है। लेकिन मजबूत घरेलू वृहत आर्थिक आंकड़ों, और कंपनियों का वित्तीय परिणाम बेहतर रहने की उम्मीद तथा त्योहारों को देखते हुए मध्यम से दीर्घकाल में हमारा रुख सकारात्मक है।’’

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में लाभ रहा।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त में बंद हुए।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.01 प्रतिशत चढ़कर 94.22 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे टूटकर 79.82 (अस्थायी) पर बंद हुआ।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 8.79 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

भाषा रमण अजय

अजय

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यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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