मुंबई, 10 जून (भाषा) घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को औंधे मुंह लुढ़क गया और बीएसई सेंसेक्स 1,000 अंक से अधिक गोता लगाकार 55,000 के नीचे आ गया। वैश्विक बाजारों में तेज बिकवाली के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), वित्त, बैंक और ऊर्जा शेयरों में नुकसान के साथ बाजार में गिरावट रही।
कारोबारियों के अनुसार, रुपये की विनिमय दर में गिरावट, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार पूंजी निकासी का भी बाजार धारणा पर असर पड़ा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,016.84 अंक यानी 1.84 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 54,303.44 अंक पर आ गया।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 276.30 अंक यानी 1.68 प्रतिशत टूटकर 16,201.80 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक बैंक के शेयर में सबसे ज्यादा चार प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही। बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील और टीसीएस के शेयर भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
वहीं, दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, डॉ रेड्डीज, टाइटन और इंडसइंड बैंक शामिल हैं।
इसके अलावा, बीएसई के मिडकैप, लार्जकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में 1.72 फीसदी की भारी गिरावट आई।
अमेरिकी शेयर बाजारों में भारी बिकवाली के चलते एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहे जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त के साथ बंद हुआ।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में जबरदस्त बिकवाली का रुख था।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.45 प्रतिशत चढ़कर 123.62 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 1,512.64 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
भाषा जतिन रमण
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