मुंबई, 31 जनवरी (भाषा) शेयर बाजारों में पिछले दो कारोबारी सत्रों में गिरावट के बाद सोमवार को जोरदार तेजी आयी। आर्थिक समीक्षा में बेहतर आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान और अनुकूल वैश्विक संकेतों से बीएसई सेंसेक्स 813 अंक की बढ़त के साथ एक बार फिर 58,000 अंक के पार निकल गया।
कारोबारियों के अनुसार, डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में तेजी से भी कारोबारी धारणा मजबूत हुई।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स अच्छी बढ़त के साथ खुला और पूरे सत्र के दौरान इसमें तेजी रही। अंत में यह 813.94 अंक यानी 1.42 प्रतिशत मजबूत होकर 58,014.17 अंक पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 237.90 अंक यानी 1.39 प्रतिशत मजबूत होकर 17,339.85 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा का शेयर 4.48 प्रतिशत चढ़कर सर्वाधिक लाभ में रहा। इसके अलावा, विप्रो, बजाज फिनसर्व, इन्फोसिस, एसबीआई, पावरग्रिड और रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
दूसरी तरफ केवल तीन शेयर… इंडसइंड बैंक, कोटक बैंक और एचयूएल 3.51 प्रतिशत तक नुकसान में रहे।
संसद में सोमवार को पेश आर्थिक समीक्षा में टीकाकरण दायरा बढ़ने और आपूर्ति पक्ष में सुधार के साथ नियमन को सुगम बनाने से एक अप्रैल से शुरू वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 8 से 8.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। साथ ही इसमें कहा गया है कि अर्थव्यवस्था भविष्य की चुनौतियों से निपटने में अच्छी तरह से तैयार है।
इसमें 2021-22 में आर्थिक वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। पिछले वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तरों पर सकारात्मक संकेत तथा आर्थिक समीक्षा की अनुकूल बातों से बजट के पहले बाजार में तेजी आयी। सभी प्रमुख खंडवार सूचकांक लाभ में रहे। समीक्षा के प्रमुख वृहत आर्थिक संकेतक यह भरोसा देते हैं कि वित्त वर्ष 2022-23 में 8 से 8.5 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि के साथ देश चुनौतियों से पार पाने में अच्छी तरह से सक्षम है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी बाजार में तेजी के साथ वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख रहा। निवेशकों ने भू-राजनीतिक तनाव को तवज्जो नहीं दी और उनकी नजर प्रौद्योगिकी कंपनियों के बेहतर तिमाही परिणामों पर रही।’’
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि निवेशकों की नजर अब केंद्रीय बजट पर होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्य नजर अब जीडीपी आंकड़े, राजकोषीय घाटा लक्ष्य और विनिवेश योजना पर होगी। इसके अलावा क्षेत्र केंद्रित घोषणाओं पर भी निगाह होगी। कर के मोर्चे पर राहत पर भी प्रतिभागियों की नजर होगी। साथ ही कंपनियों के वित्तीय परिणाम और वाहन बिक्री के आंकड़ों से भी शेयर केंद्रित उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।’’
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की लाभ में रहे। चीन और दक्षिण कोरिया के बाजारों में अवकाश था।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.86 प्रतिशत बढ़कर 90.80 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 42 पैसे मजबूत होकर 74.65 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 5,045.34 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
भाषा
रमण अजय
अजय
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