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Monday, 3 February, 2025
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व्यापार युद्ध की आशंका, कमजोर वैश्विक रुझानों के चलते सेंसेक्स 319 अंक टूटा

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मुंबई, तीन फरवरी (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अपने कुछ व्यापारिक साझेदारों पर शुल्क लगाने की घोषणा और कमजोर वैश्विक रुझानों के बीच सोमवार को प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए।

विश्लेषकों ने कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के अपने अबतक के सबसे निचले स्तर पर आने और विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली का सिलसिला जारी रहने से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।

नकारात्मक धारणा के बीच बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 319.22 अंक यानी 0.41 प्रतिशत गिरकर 77,186.74 अंक पर बंद हुआ। इसके साथ ही सेंसेक्स में पांच सत्रों से जारी तेजी थम गई। कारोबार के दौरान एक समय यह 749.87 अंक गिरकर 76,756.09 अंक पर आ गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 121.10 अंक यानी 0.52 प्रतिशत गिरकर 23,361.05 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में से लार्सन एंड टुब्रो, टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, आईटीसी, पावर ग्रिड, एनटीपीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में उल्लेखनीय गिरावट रही।

दूसरी तरफ बजाज फाइनेंस में सर्वाधिक पांच प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल और मारुति सुजुकी में भी तेजी रही।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘चीन, मेक्सिको और कनाडा पर शुल्क लगाने की ट्रंप की घोषणा के बाद वैश्विक बाजारों में आई गिरावट ने भारतीय बाजारों को भी प्रभावित किया। इसके अलावा रुपये में तेज गिरावट से विदेशी निवेशकों की निकासी जारी रहने की आशंका बढ़ गई।’’

अमेरिका में कनाडा और मेक्सिको से अधिकांश उत्पादों के आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क और चीन से आने वाले सामान पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा मंगलवार से प्रभावी हो जाएगी।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘ट्रंप के इस ऐलान के साथ ही व्यापार युद्ध की शुरुआत हो गई है जिससे वैश्विक बाजार अस्थिर हो गया। अमेरिका और दूसरे देशों के बीच छिड़े शुल्क संघर्ष से कोई आर्थिक लाभ होने की संभावना नहीं है। इसके बजाय यह वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए चुनौतियां पैदा कर सकता है और वैश्विक वित्तीय जोखिम बढ़ सकते हैं।’’

निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने से व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 1.77 प्रतिशत गिर गया जबकि मिडकैप में 0.89 प्रतिशत का नुकसान रहा।

बीएसई पर सूचीबद्ध 2,877 शेयर नुकसान के साथ बंद हुए जबकि 1,139 शेयरों में तेजी रही और 168 अन्य अपरिवर्तित रहे।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी, जापान के निक्की और हांगकांग के हैंगसेंग में भारी गिरावट हुई।

यूरोप के बाजार भी दोपहर के कारोबार में बड़ी गिरावट में थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार गिरकर बंद हुए थे।

इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.15 प्रतिशत उछलकर 76.50 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शनिवार को 1,327.09 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

भाषा

प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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