नयी दिल्ली, पांच सितंबर (भाषा) सिंगापुर की सेम्बकॉर्प इंडस्ट्रीज ने ओमान के एक गठजोड़ (कंसोर्टियम) को 11,734 करोड़ रुपये में अपनी भारतीय इकाई बेचने की घोषणा है।
सेम्बकॉर्प इंडस्ट्रीज ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि वह खुद को कार्बन मुक्त बनाने की योजना के तहत यह कदम उठा रही है।
बयान के अनुसार, कंपनी सेम्बकॉर्प एनर्जी इंडिया लिमिटेड (एसईआईएल) में अपनी शत-प्रतिशत हिस्सेदारी को तनवीर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को बेचेगी।
एसईआईएल देश की सबसे बड़ी स्वतंत्र बिजली उत्पादक कंपनियों में से है। कंपनी के आंध्र प्रदेश में 2,640 मेगावॉट की उत्पादन क्षमता वाले दो कोयला-ईंधन आधारित संयंत्र है।
कंपनी के पास 1,730 मेगावॉट का ताप और नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो है तथा अतिरीक्त 700 मेगावॉट की एक परियोजना पर काम चल रहा है।
एसईआईएल ने बताया कि तनवीर अधिग्रहण राशि का भुगतान बाद में करेगी। बिक्री के पूरा होने तक सेम्बकॉर्प तकनीकी सलाहकार के रूप में निदेशक मंडल में रहेगी।
बयान के मुताबिक, कंपनी के मौजूदा कर्मचारियों पर इस लेन-देन का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
सेम्बकॉर्प इंडस्ट्रीज के दक्षिण एशिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विपुल तुली ने एक ‘मीडिया कॉल’ कहा कि कंपनी की भारत से बाहर निकलने की कोई योजना नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह बिक्री कंपनी को देश में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में अधिक निवेश करने की अनुमति देगा।
तुली ने कहा, ‘‘सेम्बकॉर्प ने 2020 में कोयला आधारित बिजली परियोजनाओं में कोई भी निवेश नहीं करने की घोषणा की थी। हम इसपर बहुत अच्छे से टिके हुए हैं।’’
भाषा जतिन अजय
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