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शनिवार, 14 जून, 2025
होमदेशअर्थजगतसेबी का मुख्य उद्देश्य समाप्ति दिवस पर होने वाली अफरा-तफरी पर लगाम लगाना: अनंत नारायण

सेबी का मुख्य उद्देश्य समाप्ति दिवस पर होने वाली अफरा-तफरी पर लगाम लगाना: अनंत नारायण

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मुंबई, दो अगस्त (भाषा) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्णकालिक सदस्य अनंत नारायण जी ने शुक्रवार को कहा कि डेरिवेटिव व्यापार को प्रतिबंधित करने के प्रयास में पूंजी बाजार नियामक का ‘प्राथमिक उद्देश्य’ विकल्प व्यापार में ‘समाप्ति दिवस पर उथल-पुथल’ को रोकना है।

इसी सप्ताह जारी सात सूत्री प्रस्तावों की आलोचनाओं में लोगों ने नहाने के पानी के साथ बच्चे को फेंकने के बारे में चेतावनी दी है। इनका उत्तर देते हुए नारायण ने आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या इसमें कोई बच्चा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सेबी का डेरिवेटिव पर प्रतिबंध लगाने का कोई इरादा नहीं है।

भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा आयोजित वार्षिक कैपैम कार्यक्रम में उन्होंने कई वर्षों से प्रतिभूतियों की मांग और आपूर्ति के बीच लगातार असंतुलन के मुद्दे को भी उठाया और उद्योग से इस मोर्चे पर कदम उठाने का आग्रह किया।

उन्होंने इस सप्ताह के शुरू में एफएंडओ गतिविधियों को प्रतिबंधित करने के लिए सेबी द्वारा जारी परामर्श पत्र के बारे में बोलते हुए कहा, ‘प्राथमिक विनियामक इरादा अब केवल विकल्प कारोबार में समाप्ति के दिन के उन्माद पर अंकुश लगाना है, तथा इसके आसपास के प्रणालीगत जोखिमों को कम करना है।’

नारायण ने कहा कि 30 जुलाई के परामर्श पत्र में सात में से पांच प्रस्ताव इस उद्देश्य पर केंद्रित हैं, जिनमें साप्ताहिक विकल्प समाप्ति की संख्या को सीमित करना, समाप्ति के दिन मार्जिन बढ़ाना, समाप्ति के दिन कैलेंडर स्प्रेड का लाभ हटाना, दिन के कारोबार की स्थिति की निगरानी की आवश्यकता और विकल्प स्ट्राइक को युक्तिसंगत बनाना शामिल है।

भाषा प्रेम अनुराग पाण्डेय

पाण्डेय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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