नयी दिल्ली, 15 फरवरी (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बाजार नियामक सेबी को कारोबारी सुगमता बढ़ाने के लिए अगली पीढ़ी के सुधार करने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के कदमों से बाजार में किसी भी तरह की उठापटक से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा।
सीतारमण ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के निदेशक मंडल को संबोधित करते हुए नियामक की तरफ से उठाए गए कदमों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अभी नियमों के अनुपालन बोझ को कम करने, बाजार मध्यस्थता की लागत के अलावा निवेशकों के हितों को अधिक सुरक्षित करने की दिशा में बहुत कुछ करने की जरूरत है।
उन्होंने सेबी से कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार को मजबूती देने और हरित बॉन्ड बाजार के विकास की दिशा में भी प्रयास करने को कहा। कंपनियों के पर्यावरण, सामाजिक एवं गवर्नेंस (ईएसजी) निवेश पर जोर बढ़ने से इन पहलुओं पर ध्यान देना भी जरूरी हो गया है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘सेबी को कारोबारी सुगमता को बेहतर करने के लिए अगली पीढ़ी के सुधार लाने होंगे। इसके अलावा उसे अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से उठाए जाने वाले कदमों का बाजार पर पड़ने वाले असर से निपटने के लिए भी तैयार रहना होगा।’’
दरअसल, अमेरिका केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव का फैसला कर सकता है। अमेरिका में महंगाई दर के चार दशकों के उच्चस्तर पर पहुंचने के बाद नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। इस कदम का भारतीय बाजार पर भी तगड़ा असर देखा जा सकता है।
इस बैठक के दौरान सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने सीतारमण को भारतीय प्रतिभूति बाजार के परिदृश्य एवं प्रमुख रुझानों से भी अवगत कराया। इसके अलावा कोष जुटाने की गतिविधियों एवं निजी निवेशकों की भागीदारी में हुई वृद्धि के बारे में भी वित्त मंत्री को जानकारी दी।
परंपरा के अनुसार, बजट के बाद वित्त मंत्री की भारतीय रिजर्व बैंक और सेबी के निदेशक मंडल के साथ बैठक होती है। सीतारमण ने गत दिवस रिजर्व बैंक के निदेशक मंडल से भी बात की थी।
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प्रेम अजय
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