नयी दिल्ली, नौ अप्रैल (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने बुधवार को अपने अधिकारियों के हितों के किसी भी टकराव की जानकारी देने से संबंधित प्रावधानों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय समिति के गठन की घोषणा की।
पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त प्रत्यूष सिन्हा की अध्यक्षता में गठित यह समिति सेबी के भीतर पारदर्शिता, जवाबदेही और नैतिक आचरण के उच्च मानकों को सुनिश्चित करने के लिए सुझाव देगी।
इसके अलावा समिति मौजूदा नीतियों और ढांचे की जांच भी करेगी।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की पूर्व प्रमुख माधवी पुरी बुच पर हितों के टकराव के कारण अदाणी समूह के खिलाफ जांच को रोकने का आरोप लगा था।
सेबी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के पूर्व सचिव और आईएफएससी प्राधिकरण के पूर्व चेयरमैन इंजेती श्रीनिवास को इस समिति का वाइस चेयरमैन बनाया गया है।
समिति के अन्य सदस्यों में कोटक महिंद्रा बैंक के संस्थापक एवं निदेशक उदय कोटक, आरबीआई के पूर्व कार्यकारी निदेशक जी महालिंगम, पूर्व उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक सरित जाफा और आईआईएम बैंगलोर के पूर्व प्राध्यापक आर नारायणस्वामी शामिल हैं।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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