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कृषि अपशिष्ट को स्वच्छ ऊर्जा में बदलने वाली कंपनी एसएईएल आईपीओ लाने की तैयारी में

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नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) कृषि अपशिष्ट को स्वच्छ ऊर्जा में बदलने वाली कंपनी एसएईएल अगले 12 माह में सार्वजनिक सूचीबद्धता की तैयारी कर रही है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) लक्षित आवला ने यह जानकारी दी है।

कंपनी अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के प्रबंधन के लिए फिलहाल मर्चेंट बैंकर की तलाश कर रही है।

आवला ने नियोजित सार्वजनिक निर्गम के बारे में पीटीआई-भाषा से कहा कि आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग एसएईएल के परिचालन को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। इसके तहत कंपनी की सेल विनिर्माण क्षमता, स्वतंत्र बिजली उत्पादक (आईपीपी) कारोबार और अपशिष्ट से ऊर्जा पहल के विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि एसएईएल दुनिया की एकमात्र 100 प्रतिशत धान आधारित बायोमास अपशिष्ट से ऊर्जा परिचालक है और वैश्विक स्तर पर धान के भूसे की सबसे बड़ी एकल औद्योगिक विक्रेता है।

उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में फैले अपने 11 बायोमास संयंत्रों के माध्यम से कंपनी सालाना लगभग 20 लाख टन कृषि अपशिष्ट का प्रसंस्करण करती है। इस संयंत्रों की स्थापित क्षमता 165 मेगावाट की है।

उन्होंने कहा कि इस रूपांतरण के परिणामस्वरूप स्वच्छ और भरोसेमंद हरित ऊर्जा प्राप्त होती है, जो वायु प्रदूषण से निपटने, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करने और हजारों किसानों और ग्रामीण समुदायों के लिए स्थायी आजीविका का समर्थन करने में मदद करती है। कृषि आधारित अपशिष्ट से ऊर्जा संचालन के अलावा, एसएईएल सौर ऊर्जा क्षेत्र में भी सक्रिय है।

इसने एक अग्रणी सौर आईपीपी के रूप में अपनी उपस्थिति का तेजी से विस्तार किया है। इसमें पूरे भारत में छह गीगावाट से अधिक का सौर ऊर्जा परियोजनाओं का पोर्टफोलियो शामिल है, जिसमें परिचालन और निर्माणाधीन दोनों संपत्तियां शामिल हैं। इस बढ़ती उत्पादन क्षमता का समर्थन करने के लिए एसएईएल ने अपने सौर मॉड्यूल निर्माण में काफी वृद्धि की है।

भाषा अजय अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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