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Saturday, 16 November, 2024
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रूस की गैजप्रॉम ने भारत को एलएनजी की आपूर्ति में की चूक

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नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) रूस की गैस उत्पादक कंपनी गैजप्रॉम की एक इकाई ने भारत को तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की आपूर्ति में चूक की है।

इसके कारण सार्वजानिक क्षेत्र की गेल इंडिया लिमिटेड को उर्वरक और औद्योगिक ग्राहकों को एलएनजी की आपूर्ति में कटौती करनी पड़ी है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

गेल के वित्त निदेशक आर के जैन ने निवेशकों के साथ कॉल में कहा कि गैजप्रॉम जमर्निया की इकाई गैजप्रॉम मार्केटिंग एंड ट्रेडिंग सिंगापुर (एमटीएस) ने दीर्घकालिक समझौते के तहत एनएलजी के आठ खेप में चूक की है। पीटीआई-भाषा ने 19 जुलाई को ही रूसी कंपनी द्वारा गैस की आपूर्ति में चूक की खबर दी थी।

वैकल्पिक आपूर्ति की लागत जीएमटीएस की कीमतों से कम से कम तीन गुना अधिक होने के कारण गेल ने ग्राहकों को आपूर्ति में लगभग 10 प्रतिशत की कटौती की है।

दीर्घकालिक समझौते के तहत, जीएमटीएस को वर्ष 2022 के दौरान गेल इंडिया को 25 लाख टन एलएनजी या 36 खेप की आपूर्ति करनी थी।

जैन ने कहा, ‘‘यह स्थिति चिंता का विषय है। गेल को जून में एलएनजी की केवल एक ही खेप मिली है, इसके बाद कुछ नहीं मिला। वे कह रहे हैं कि उन्हें यूरोप के लिए आपूर्ति सुनिश्चित करनी है, इसलिए इस अनुबंध के तहत हमें एलएनजी की आपूर्ति के बारे में निश्चित नहीं हैं।‘‘

भारत की सबसे बड़ी गैस कंपनी गेल इंडिया ने रूसी गैस उत्पादक कंपनी गैजप्रॉम से प्रतिवर्ष 28.5 लाख टन एलएनजी का आयात करने के लिए एक दीर्घकालिक समझौता किया है। यह आपूर्ति 2018 में शुरू हुई और पूरी मात्रा 2023 में पहुंचनी थी।

भाषा जतिन अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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