मुंबई, 21 जनवरी (भाषा) विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया आठ पैसे की तेजी के साथ 74.43 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने तथा कच्चे तेल की कीमत में गिरावट आने से रुपये में तेजी रही।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि हालांकि विदेशी पूंजी की सतत निकासी और घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली होने से रुपये में तेजी पर अंकुश लगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 74.50 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया ऊंचे में 74.40 और नीचे में 74.55 तक गया। अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले आठ पैसे सुधरकर 74.43 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी सत्र में इसका बंद भाव 74.51 रुपये प्रति डॉलर था।
इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत घटकर 95.61 रह गया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, ‘’कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, निगमित क्षेत्र के डॉलर निवेश बढ़ने के साथ निर्यातकों की डॉलर की बिकवाली और कर्ज जुटाने से रुपये को साप्ताहिक हानि को घटाने में मदद मिली।’
सप्ताह के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये में 28 पैसे की गिरावट आई है।
परमार ने कहा कि साप्ताहिक आधार पर, हाजिर डॉलर बनाम रुपया का अंतर पिछले पांच सप्ताह में पहली बार घाटे में रहा है। इसकी वजह वायरस के मामले में वृद्धि होना, कच्चे तेल की अधिक कीमत तथा नीतिगत मोर्चे पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व और भारतीय रिजर्व बैंक के भिन्न विचारों का होना है।
वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा की कीमत 1.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 86.66 डॉलर प्रति बैरल रह गई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 427.44 अंक की गिरावट के साथ 59,037.18 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 4,679.84 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश रमण
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