मुंबई, 28 मार्च (भाषा) वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और घरेलू शेयर बाजार में तेजी के साथ अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को रुपया कारोबार के अंत में आठ पैसे की बढ़त के साथ 76.16 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि हालांकि, विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने और नये सिरे से विदेशी पूंजी की निकासी की चिंताओं ने रुपये की तेजी पर अंकुश लगाया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 76.36 पर कमजोर खुला लेकिन बाद में इसमें सुधार आया। कारोबार के दौरान रुपये ने 76.15 रुपये के दिन के उच्चस्तर और 76.38 के निचले स्तर को छुआ। कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले आठ पैसे की बढ़त के साथ 76.16 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पिछले सत्र में रुपया अमेरिकी मु्द्रा के मुकाबले 76.24 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘रुपये का रुख कच्चे तेल की कीमतों और जोखिम की धारणा से तय होगा। अमेरिकी डॉलर बनाम रुपये का मूल्य इस महीने 76 से 76.50 के बीच रहने की उम्मीद है।’
इस बीच, छह प्रमुख मु्द्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.32 प्रतिशत बढ़कर 99.13 हो गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 3.56 प्रतिशत घटकर 116.35 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 231.29 अंक की तेजी के साथ 57,593.49 अंक पर बंद हुआ।
भू-राजनीतिक तनाव और मुद्रास्फीति की चिंता के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पूंजी बाजार से चालू वर्ष में अभी तक 1,14,855.97 करोड़ रुपये की निकासी की है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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