मुंबई, 16 मार्च (भाषा) अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में वृद्धि पर निर्णय से पहले घरेलू शेयर बाजारों में तेजी और एशियाई मुद्राओं के मजबूत होने से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 41 पैसे की बढ़त के साथ लगभग दो सप्ताह के उच्चस्तर 76.21 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि पूंजी बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों का निवेश बढ़ने और कच्चे तेल की कीमत घटकर 99 डॉलर प्रति बैरल रहने से रुपये की धारणा में सुधार हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 76.40 पर खुला। कारोबार के दौरान इसने 76.19 के उच्चस्तर और 76.44 रुपये के निचले स्तर को छुआ। अंत में रुपया 41 पैसे की तेजी दर्शाता 76.21 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इसका पिछला बंद भाव 76.62 रुपये प्रति डॉलर था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि जोखिम उठाने की क्षमता में सुधार और एशियाई मुद्राओं के मजबूत होने से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में तेजी आई। बुधवार के फेडरल रिजर्व के फैसले से पहले विदेशी मुद्रा बाजार थोड़ा सुस्त है, जबकि अमेरिकी में 10 साल के बांड पर प्रतिफल वर्ष 2019 के बाद के उच्चतम स्तर 2.20 प्रतिशत को छूने के बाद नीचे आया है।’’ फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में चौथाई प्रतिशत की वृद्धि किये जाने की संभावना है।
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक, श्रीराम अय्यर ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व के नीतिगत बयान से पहले एशियाई मुद्राओं और शेयरों में बढ़त के अनुरूप अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में तेजी आई।’’
इस बीच, छह प्रमुख मु्द्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.38 प्रतिशत घटकर 98.72 रह गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.33 प्रतिशत बढ़कर 100.24 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बुधवार को शुद्ध रूप से 311 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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