मुंबई, एक सितंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों की निकासी और अमेरिकी मुद्रा में मजबूती से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे फिसलकर 79.56 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विश्लेषकों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतें के दो सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंचने और निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिकवाली ने रुपये में नुकसान को सीमित कर दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.55 पर खुला और दिन में कारोबार के दौरान 79.30 के ऊपरी और 79.66 के निचले स्तर तक गया। अंत में यह पिछले बंद भाव के मुकाबले चार पैसे फिसलकर 79.56 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
मंगलवार को रुपया करीब दो सप्ताह के उच्चस्तर 79.52 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। विदेशी मुद्रा बाजार बुधवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर बंद था।
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक श्रीराम अय्यर ने कहा, ‘‘शुरुआती सत्र की मामूली बढ़त गंवाने के बाद रुपया थोड़ा गिरकर बंद हुआ। डॉलर सूचकांक में मजबूती और कमजोर एशियाई मुद्रा ने घरेलू बाजार की भावनाओं को प्रभावित किया।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.20 प्रतिशत की मजबूती के साथ 108.92 पर पहुंच गया।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती की चिंताओं के कारण वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.2 प्रतिशत की गिरावट लेकर 93.50 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया।
इसके अलावा बीएसई सेंसेक्स 770.48 अंक या 1.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,766.59 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी में 216.50 अंक की गिरावट हुई।
भाषा जतिन अजय
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