मुंबई, 21 फरवरी (भाषा) डॉलर के मूल्य में गिरावट तथा कच्चे तेल के दाम नीचे आने के बीच सोमवार को रुपये में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में तेजी रही। यह अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 11 पैसे की तेजी के साथ 74.55 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। रूस-यूक्रेन संकट के राजनयिक समाधान की उम्मीद के बीच कच्चे तेल की कीमतें नीचे आईं जिससे रुपये को समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 74.51 प्रति डॉलर पर मजबूत खुला। यह दिन के उच्चस्तर 74.35 प्रति डॉलर तक पहुंच गया। घरेलू शेयर बाजार की गिरावट तथा विदेशीमुद्रा की निकासी के कारण रुपये ने कुछ शुरुआती लाभ गंवा दिया। अंत में रुपया 11 पैसे की बढ़त के साथ 74.55 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘डॉलर सूचकांक में गिरावट के बीच रुपया 74.55 प्रति डॉलर के दायरे में मजबूत रहा। कच्चे तेल के दाम घटकर 95 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गए जिससे रुपये को समर्थन मिला।’’
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि रुपया एक महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया क्योंकि डॉलर इंडेक्स के साथ-साथ कच्चे तेल की कीमतों में मुनाफावसूली से गिरावट आई।
उन्होंने कहा, ‘‘एशियाई मुद्राओं में रुपये ने लगातार दूसरे दिन अच्छा प्रदर्शन किया जिसका कारण बेहतर कारोबार होना और एलआईसी के आईपीओ के लिए सटोरियों की सक्रियता थी।’’
इस बीच, डॉलर सूचकांक 0.26 प्रतिशत के नुकसान से 95.79 पर आ गया।
रूस-यूक्रेन विवाद के समाधान की उम्मीद के बीच ब्रेंट कच्चा तेल गिरावट के साथ 93.51 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक में लगातार चौथे दिन गिरावट रही। यह 149.38 अंक की गिरावट के साथ 57,683.59 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशक, पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 2,529.96 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।
भाषा राजेश राजेश रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.