मुंबई, 19 जनवरी (भाषा) रुपये में तीन कारोबारी सत्रों से चली आ गिरावट थम गई। डॉलर के मुकाबले अन्य क्षेत्रीय मुद्राओं की तेजी के अनुरूप विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया 14 पैसे की तेजी के साथ 74.44 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कमजोर शेयर बाजार, कच्चे तेल कीमतों में तेजी आने तथा घरेलू बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की सतत बिकवाली से रुपये की तेजी पर अंकुश रहा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 74.70 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 12 पैसे की गिरावट को दर्शाता है। कारोबार के दौरान रुपये की हानि लुप्त हो गई और यह 74.32 के दिन के उच्चतम स्तर को छू गया। अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 14 पैसे की तेजी के साथ 74.44 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी सत्र में मंगलवार को रुपया 33 पैसे की गिरावट के साथ दो सप्ताह के निम्न स्तर 74.58 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, ‘मजबूत क्षेत्रीय मुद्राओं के बाद एक हफ्ते में भारतीय रुपये में सबसे ज्यादा तेजी आई। घरेलू बॉन्ड बाजारों में केंद्रीय बैंक के संदिग्ध हस्तक्षेप से सुधार देखा गया, जिससे रुपये के सुधार में मदद मिली।’
इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत घटकर 95.62 रह गया।
वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा की कीमत 0.94 प्रतिशत की तेजी के साथ 88.33 डॉलर प्रति बैरल हो गई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 656.04 अंक की गिरावट के साथ 60,098.82 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 1,254.95 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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