मुंबई, चार अप्रैल (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे की बढ़त के साथ 83.39 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में सकारात्मक रुख और प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने से रुपये की विनिमय दर में बढ़त रही।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी तथा विदेशी कोषो की सतत निकासी ने रुपये की बढ़त को सीमित कर दिया।
इसके अलावा शुक्रवार को आने वाली रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा से पहले बाजार भागीदार सतर्क रहे।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.44 प्रति डॉलर पर खुला। दिन के कारोबार में यह 83.39 के उच्चस्तर और 83.46 प्रति डॉलर के निचले स्तर के बीच घट-बढ़ के बाद अंत में 14 पैसे की बढ़त के साथ 83.39 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बुधवार को रुपया 11 पैसे की गिरावट के साथ 83.53 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि कच्चे तेल और सोने की कीमतों में उछाल के कारण रुपया थोड़ा नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। पश्चिम एशिया में नए सिरे से भू-राजनीतिक तनाव और एफआईआई की बिकवाली का दबाव भी रुपये पर असर डाल सकता है। हालांकि, घरेलू शेयर बाजार में मजबूती और डॉलर की बिक्री से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.08 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89.23 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 350.81 अंक की बढ़त के साथ 74,227.63 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 1,136.47 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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