मुंबई, 19 नवंबर (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे बढ़कर 88.48 पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजारों में लिवाली गतिविधियों में आई तेजी और विदेशों में कच्चे तेल की कीमतों के गिरावट के कारण रुपये में यह तेजी देखी गई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने के कारण रुपये की जोरदार तेजी पर ब्रेक लग गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 88.57 पर खुला और इसने डॉलर के मुकाबले 88.41 के दिन के उच्चतम स्तर को छुआ। अंत में रुपया दिन के कारोबार में डॉलर के मुकाबले 88.48 पर बंद हुआ, जो अपने पिछले बंद स्तर से 12 पैसे की बढ़त है।
मंगलवार को रुपया, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 88.60 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि वैश्विक बाजारों में जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ने और व्यापार समझौतों को लेकर आशावाद के चलते रुपया थोड़े सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, मजबूत डॉलर और ब्याज दरों में कटौती की कम होती उम्मीदें इस बढ़त को सीमित कर सकती हैं। आयातकों की डॉलर मांग और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निकासी से रुपये पर उच्चस्तर पर दबाव पड़ सकता है। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 88.25 रुपये से 88.70 रुपये के बीच रहने की उम्मीद है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.18 प्रतिशत बढ़कर 99.63 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.46 प्रतिशत गिरकर 64.58 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, सेंसेक्स 513.45 अंक बढ़कर 85,186.47 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 142.60 अंक बढ़कर 26,052.65 अंक पर पहुंच गया।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 1,580.72 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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