मुंबई, 22 जुलाई (भाषा) एक अगस्त की समयसीमा से पहले अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर व्याप्त अनिश्चितता के बीच मंगलवार को रुपया अपनी शुरुआती बढ़त गंवाकर सात पैसे की गिरावट के साथ 86.38 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अब सभी की निगाहें भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के नतीजों पर टिकी हैं। भारतीय निर्यात पर संभावित अमेरिकी शुल्क लागू होने की एक अगस्त की समयसीमा नजदीक आ रही है।
अमेरिकी मुद्रा में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने निचले स्तर पर रुपये को समर्थन दिया, जबकि विदेशी पूंजी की निकासी और घरेलू शेयर बाजारों के नकारात्मक रुख ने रुपये पर दबाव डाला और इसकी बढ़त को सीमित कर दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.26 पर खुला और कारोबार के दौरान 86.22 के उच्चस्तर तक गया और 86.41 के निचले स्तर तक आया।
कारोबारी सत्र के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव से सात पैसे की गिरावट के साथ 86.38 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
सोमवार को रुपया 15 पैसे की गिरावट के साथ 86.31 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि व्यापार वार्ता को देखते हुए रुपया थोड़े नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि, अमेरिकी मुद्रा में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से निचले स्तर पर रुपये को समर्थन मिल सकता है।’’
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर अधिकारी स्तर पर पांच दौर की वार्ता हो चुकी है। दोनों पक्ष एक अगस्त से पहले एक अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर विचार कर रहे हैं।
ऐसा न हो पाने की स्थिति में भारतीय निर्यातकों को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है जिससे रुपये पर दबाव आ सकता है।
चौधरी ने कहा कि डॉलर-रुपये का हाजिर भाव 86.10 से 86.65 के बीच रहने की उम्मीद है।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.03 प्रतिशत गिरकर 97.82 रह गया।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड भी वायदा कारोबार में 0.94 प्रतिशत घटकर 68.56 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 13.53 अंक की मामूली गिरावट के साथ 82,186.81 अंक पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 29.80 अंक के नुकसान के साथ 25,060.90 अंक पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को शुद्ध आधार पर 3,548.92 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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