मुंबई, 30 जुलाई (भाषा) भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता के बीच रुपया बुधवार को 52 पैसे टूटकर 87.43 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि आयातकों की ओर से मासान्त की डॉलर मांग और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी ने भी स्थानीय मुद्रा पर दबाव डाला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 87.10 पर खुला। कारोबार के दौरान यह डॉलर के मुकाबले 87.05 के निचले स्तर पर पहुंचा। अंत में यह 87.43 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 52 पैसे की गिरावट है।
रुपया मंगलवार को चार महीने से भी अधिक के निचले स्तर पर आ गया था। यह 21 पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले होकर 86.91 पर बंद हुआ था।
घरेलू शेयर बाजारों में बीएसई सेंसेक्स 143.91 अंक की बढ़त के साथ 81,481.86 अंक पर बंद जबकि निफ्टी 33.95 अंक चढ़कर 24,855.05 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 4,636.60 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक अगस्त की समयसीमा से पहले 20-25 प्रतिशत शुल्क दरें तय करने के संकेत दिए जाने के बाद भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता के कारण भारतीय रुपये में भारी गिरावट आई।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘ भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता के बीच हमारा अनुमान है कि रुपया और गिरेगा। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और विदेशी पूंजी की निकासी ने भी रुपये पर दबाव बनाया है।’’
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत के साथ व्यापार समझौते को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
उन्होंने भारत के 20-25 प्रतिशत के बीच उच्च अमेरिकी शुल्क का सामना करने की तैयारी करने की खबरों से जुड़े सवाल पर कहा, ‘‘मुझे भी ऐसा लगता है।’’
इससे पहले एक अधिकारी ने मंगलवार को नयी दिल्ली में कहा था कि दोनों देशों के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर अगले दौर की बातचीत के लिए एक अमेरिकी दल 25 अगस्त को भारत आएगा।
दल अगले महीने के अंत में आ रहा है लेकिन दोनों पक्ष एक अगस्त से पहले अंतरिम व्यापार समझौते के लिए मतभेदों को दूर करने में लगे हुए हैं। ट्रंप ने भारत (26 प्रतिशत) सहित कई देशों पर लगाए गए शुल्क को एक अगस्त तक के लिए निलंबित कर दिया था।
भारत और अमेरिकी दलों ने पिछले सप्ताह वॉशिंगटन में समझौते के लिए पांचवें दौर की वार्ता पूरी की थी।
भाषा निहारिका अजय
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