मुंबई, 16 नवंबर (भाषा) निराशाजनक व्यापार आंकड़ों तथा विदेशी कोषों की निकासी के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी मुद्रा की तुलना में रुपया 35 पैसे की गिरावट के साथ 81.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, वैश्विक बाजारों में जोखिम लेने की धारणा कमजोर होने से रुपये की विनियम दर में गिरावट आई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.41 पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 81.23 के दिन के उच्चस्तर तक गया और 81.58 के निचले स्तर तक आया।
अंत में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 35 पैसे की गिरावट के साथ 81.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पिछले कारोबारी सत्र में 37 पैसों की तेजी के साथ 80.91 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा में शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने की धारणा और कमजोर एशियाई मुद्राओं के कारण भारतीय रुपये में गिरावट आई है। एफआईआई की निकासी से भी रुपया प्रभावित हुआ।’’
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक श्रीराम अय्यर ने कहा, ‘‘आयातकों की डॉलर मांग और एशियाई मुद्राओं में कमजोरी से बुधवार को भारतीय रुपया कमजोर हो गया।’’
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.28 प्रतिशत कमजोर होकर 106.10 रह गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.47 प्रतिशत घटकर 94.30 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
वहीं, बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 107.73 अंक की तेजी के साथ 61,980.72 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 221.32 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा जतिन अजय
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