मुंबई, 27 मई (भाषा) अमेरिकी डॉलर सूचकांक में सुधार, घरेलू शेयर बाजार में गिरावट तथा विदेशी कोषों के निवेश में कमी के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे टूटकर 85.40 पर आ गया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, निवेशक अप्रैल के घरेलू औद्योगिक और विनिर्माण उत्पादन के आंकड़ों के साथ-साथ इस सप्ताह जारी होने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़ों के इंतजार में भी सावधानी बरत रहे हैं।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया 85.15 पर खुला और दिन के कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले 85.11 के उच्च और 85.45 के निचले स्तर के बीच घूमता रहा। अंत में रुपया 85.40 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 30 पैसे की गिरावट है।
शुक्रवार को रुपया 50 पैसे की बढ़त लेने के बाद सोमवार को डॉलर के मुकाबले 35 पैसे बढ़कर 85.10 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि कमजोर घरेलू शेयर बाजार और सकारात्मक अमेरिकी डॉलर सूचकांक के कारण रुपये में गिरावट आई। कमजोर विदेशी निवेश ने भी रुपये पर दबाव डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘आयातकों की मासांत की डॉलर मांग भी रुपये पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, अमेरिकी डॉलर सूचकांक में समग्र कमजोरी और वैश्विक जोखिम भावनाओं में सुधार से रुपये को समर्थन मिल सकता है। डॉलर-रुपये की हाजिर कीमत 85 से 85.70 के बीच कारोबार करने की उम्मीद है।’’
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.45 प्रतिशत बढ़कर 99.31 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.31 प्रतिशत बढ़कर 64.94 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 624.82 अंक गिरकर 81,551.63 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 174.95 अंक के नुकसान के साथ 24,826.20 अंक पर आ गया।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध आधार पर 348.45 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा पाण्डेय अजय
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