मुंबई, 14 अगस्त (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे की गिरावट के साथ 83.11 (अस्थायी) प्रति डॉलर के अपले सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। इस गिरावट का कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों का मजबूत होना और विदेशों में डॉलर का मजबूत होना था।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी कोषों की निकासी से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.04 पर खुला। दिन में कारोबार के दौरान यह 82.94 के उच्चस्तर और 83.11 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव से 29 पैसे टूटकर 83.11 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे की गिरावट के साथ 82.82 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबा आय शेयरखान के शोध विश्लेषक, अनुज चौधरी ने कहा, कमजोर घरेलू बाजारों और मजबूत अमेरिकी डॉलर के कारण रुपये में गिरावट आई। भारत का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) भी अनुमान की तुलना में धीमी गति से बढ़ा।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.01 प्रतिशत बढ़कर 102.85 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.28 प्रतिशत घटकर 86.57 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 79.27 अंक चढ़कर 65,401.92 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने पिछले कारोबारी सत्र में 3,073.28 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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