मुंबई, 16 अप्रैल (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया चार सप्ताह में दूसरी बार 17 पैसे की गिरावट के साथ 83.61 प्रति डॉलर के अपने निचले स्तर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि भू-राजनीतिक तनाव के बीच घरेलू शेयर बाजारों में नकारात्मक रुख तथा वैश्विक बाजार में प्रमुख प्रतिद्वंद्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने के बीच रुपये में गिरावट आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों से बचने की धारणा और विदेशी कोषों की निकासी से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.51 प्रति डॉलर पर खुला। अंत में यह 83.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 17 पैसे की गिरावट है।
इससे पहले इसी वर्ष 22 मार्च को रुपये समान स्तर पर बंद हुआ था।
रुपया सोमवार को डॉलर के मुकाबले छह पैसे की गिरावट के साथ 83.44 पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी के अनुसार, 10-वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल बढ़कर 4.66 प्रतिशत हो गया, जो नवंबर, 2023 के बाद सबसे अधिक है। कमजोर घरेलू बाजारों और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने भी रुपये पर असर डाला।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 106.23 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89.74 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 456.10 अंक की गिरावट के साथ 72,943.68 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को शुद्ध रूप से 4,468.09 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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