मुंबई, सात अप्रैल (भाषा) विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 11 पैसे की गिरावट के साथ 75.95 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर को लेकर आक्रामक रुख के कारण वैश्विक बाजारों में निवेशकों की धारणा प्रभावित होने से रुपया नीचे आया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 75.88 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला। बाद में रुपये में और गिरावट आई और यह 75.99 रुपये के स्तर तक नीचे चला गया। कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 11 पैसे की गिरावट के साथ 75.95 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बुधवार को रुपया एक माह में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट यानी 55 पैसे टूटकर एक सप्ताह के निम्न स्तर 75.84 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की तेजी के साथ 99.64 हो गया।
वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.52 प्रतिशत बढ़कर 102.61 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व द्वारा बेहद लचीले मौद्रिक नीति के बजाय एक आक्रामक सख्त नीति की ओर बढ़ने के बाद रुपया 76 रुपये प्रति डॉलर के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करने की ओर बढ़ रहा है…।’’
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 575.46 अंक की गिरावट के साथ 59,034.95 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने बुधवार को 2,279.97 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश रमण
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