मुंबई, तीन अप्रैल (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.45 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों और विदेशी कोषों की निकासी से रुपये की विनिमय दर में गिरावट आई।
बाजार सूत्रों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख से भी निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.36 प्रति डॉलर पर खुला। दिन के कारोबार में यह 83.36 के उच्चस्तर और 83.45 प्रति डॉलर के निचले स्तर के बीच घट-बढ़ के बाद अंत में चार पैसे की गिरावट के साथ 83.45 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
मंगलवार को रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.42 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि डॉलर में सुधार और वैश्विक बाजारों में जोखिम से बचने की संभावनाओं के कारण रुपया नकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ कारोबार करेगा। पश्चिम एशिया में नए सिरे से भू-राजनीतिक तनाव और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें भी रुपये पर दबाव डाल सकती हैं।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि, घरेलू बाजारों में मजबूती से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक के किसी भी हस्तक्षेप से घरेलू मुद्रा को भी समर्थन मिल सकता है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.80 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.33 प्रतिशत की तेजी के साथ 89.21 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 27.09 अंक की गिरावट के साथ 73,876.82 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 18.65 अंक गिरकर 22,434.65 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने 1,622.69 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा अनुराग अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.