मुंबई, 29 अप्रैल (भाषा) अमेरिकी डॉलर में सुधार और भारत एवं पाकिस्तान के बीच भू-राजनीतिक तनाव के बीच रुपया मंगलवार को सीमित दायरे में रहा और दो पैसे की गिरावट के साथ 85.25 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
हालांकि, मुद्रा विश्लेषकों ने कहा कि सकारात्मक घरेलू बाजार और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने घरेलू मुद्रा की गिरावट को सीमित रखा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 85.06 पर खुला था। कारोबार के दौरान रुपया 84.96 प्रति डॉलर के ऊपरी और 85.40 प्रति डॉलर के निचले स्तर के बीच घूमता रहा।
कारोबार के अंत में रुपया 85.25 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से दो पैसे की गिरावट दर्शाता है।
सोमवार को रुपया 18 पैसे मजबूत होकर 85.23 प्रति डॉलर के भाव पर रहा था।
मिराए एसेट शेयरखान के अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘ व्यापार शुल्कों पर अनिश्चितता और भारत एवं पाकिस्तान के बीच जारी भू-राजनीतिक तनाव से रुपये के दबाव में रहने की आशंका है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपया का हाजिर मूल्य 84.90 से 85.60 के बीच रहने के आसार हैं।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 99.17 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.64 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64.78 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 70.01 अंक की बढ़त के साथ 80,288.38 अंक पर जबकि निफ्टी 7.45 अंक चढ़कर 24,335.95 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को लिवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 2,474.10 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा निहारिका रमण प्रेम
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