मुंबई, 27 जनवरी (भाषा) रुपये में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के सख्त नीतिगत रुख के बाद डॉलर में आई मजबूती से विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 31 पैसे की गिरावट के साथ चार सप्ताह के निम्नतम स्तर 75.09 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में गिरावट, विदेशी संस्थागत निवेशकों की सतत धन निकासी और कच्चातेल कीमतों में तेजी के कारण भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 75.18 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया ऊंचे में 75.07 और नीचे में 75.31 तक गया। अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 31 पैसे टूटकर 75.09 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी सत्र में मंगलवार को इसका बंद भाव 74.78 प्रति डॉलर था। बुधवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार और शेयर बाजार बंद थे। विगत तीन सत्रों के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये में 63 पैसे की गिरावट आई है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत मोर्चे पर सख्त रुख के बाद जोखिम उठाने की धारणा प्रभावित होने से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट आई है।’’
उम्मीद के मुताबिक फेडरल रिजर्व ने मार्च में ब्याज दरों में बढ़ोतरी का संकेत दिया है। नतीजतन, अधिक ट्रेजरी प्रतिफल के बाद डॉलर में तेजी आई। परमार ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर, भारत के 10-वर्षीय मानक बॉन्ड प्रतिफल बढ़कर 6.74 प्रतिशत हो गया, जो 2019 के बाद से सबसे अधिक है।
इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.33 प्रतिशत बढ़कर 96.79 हो गया।
वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा की कीमत 0.01 प्रतिशत घटकर 89.95 डॉलर प्रति बैरल रह गई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 581.21 अंक की गिरावट के साथ 57,276.94 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 7,094.48 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश रमण
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