मुंबई, 30 मार्च (भाषा) रुपये मे चार सत्रों से चली आ रही तेजी थम गई। कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में बढ़ोतरी के बाद मुद्रास्फीति बढ़ने की चिंता तथा तेल आयातक कंपनियो की मासांत की डॉलर मांग के बीच विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे की गिरावट के साथ 75.90 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में तेजी और विदेशी पूंजी का निवेश बढ़ने से रुपये की हानि को काफी हद तक सीमित रह गई।
उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष से जुड़े घटनाक्रमों और कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव पर विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार का विशेष ध्यान है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 75.65 रुपये पर मजबूत खुला। लेकिन कारोबार के दौरान आयातकों की डॉलर मांग बढ़ने से रुपये में गिरावट का रुख कायम हो गया। कारोबार के दौरान रुपये में 75.62 रुपये से 75.97 रुपये के बीच घट-बढ़ हुई। कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 17 पैसे की गिरावट के साथ 75.90 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.02 रह गया।
वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.88 प्रतिशत की तेजी के साथ 112.30 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने 35.47 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की।
भाषा राजेश राजेश अजय
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