मुंबई, दो मई (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया शुक्रवार को एक पैसे की बढ़त के साथ 84.53 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश जारी रहने और मजबूत घरेलू आंकड़ों के बीच उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में रुपया एक समय सात महीने के उच्च स्तर 83.76 पर पहुंच गया। यह अक्टूबर 2024 के बाद का उच्चतम स्तर है। लेकिन यह तेजी कायम नहीं रह सकी और कारोबार के अंत में सिर्फ एक पैसे की बढ़त के साथ स्थिर रुख लिए बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अप्रैल में माल और सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 2.37 लाख करोड़ रुपये रहा, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। यह घरेलू मांग की अच्छी स्थिति को बताता है।
इसके अलावा, मजबूत पीएमआई आंकड़ों से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई। भारत के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर अप्रैल में 10 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
कारोबारियों ने कहा कि हालांकि, सतर्कता बनी हुई है क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में कोई भी वृद्धि तेजी से लाभ की स्थिति को उलट सकती है और रुपये पर दबाव डाल सकती है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय में, रुपया 83.98 पर खुला और डॉलर के मुकाबले दिन के उच्चतम स्तर 83.76 और 84.55 के निचले स्तर के बीच रहा। सत्र के अंत में रुपया 84.53 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो अपने पिछले बंद स्तर से मात्र एक पैसे की तेजी है।
बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 42 पैसे बढ़कर 84.54 पर पहुंच गया।
महाराष्ट्र दिवस के कारण बृहस्पतिवार को विदेशी मुद्रा बाजार बंद था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘एफआईआई निवेश बढ़ने और विदेशी बैंकों द्वारा डॉलर की बिक्री की खबर के कारण भारतीय रुपया अक्टूबर 2024 के बाद के उच्चतम स्तर पर तेजी से बढ़ा।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि सकारात्मक घरेलू बाजारों और एफआईआई प्रवाह के कारण रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। अमेरिका में निराशाजनक आर्थिक आंकड़ों के बीच कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और अमेरिकी डॉलर में समग्र कमजोरी रुपये को और समर्थन दे सकती है।’’
उन्होंने कहा कि डॉलर-रुपया हाजिर कीमत 83.70 से 84.50 के बीच रहने की उम्मीद है।
इस बीच, विश्व की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला, डॉलर सूचकांक 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.85 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.51 प्रतिशत गिरकर 61.81 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 259.75 अंक बढ़कर 80,501.99 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 12.50 अंक बढ़कर 24,346.70 पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बुधवार को शुद्ध रूप से 50.57 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश रमण
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