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Tuesday, 10 December, 2024
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‘राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट’ : टाटा, वेदांता, महिंद्रा, बिड़ला ने दिए निवेश के प्रस्ताव

जोशी ने कहा कि राजस्थान में केंद्रीय सहभागिता के साथ राजस्थान सोलर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के लिए दो हज़ार मेगावाट क्षमता का नया सौर पार्क स्थापित करने की मंजूरी दे दी गई है. इस सौर पार्क में केंद्र की 30 प्रतिशत भागीदारी रहेगी.

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नई दिल्ली: केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राजस्थान में दो हज़ार मेगावाट के सौर पार्क को मंजूरी दे दी गई है.

जोशी यहां ‘राइजिंग राजस्थान’ इन्वेस्टमेंट समिट में ‘सतत ऊर्जा पर आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ते कदम’ विषय पर आयोजित सत्र को संबोधित कर रहे थे.

आधिकारिक बयान के अनुसार, जोशी ने कहा कि राजस्थान में केंद्रीय सहभागिता के साथ राजस्थान सोलर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के लिए दो हज़ार मेगावाट क्षमता का नया सौर पार्क स्थापित करने की मंजूरी दे दी गई है. इस सौर पार्क में केंद्र की 30 प्रतिशत भागीदारी रहेगी.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सतत प्रयासों से यह परियोजना राजस्थान की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.

जोशी ने कहा कि राजस्थान में ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों से भारतीय अर्थव्यवस्था में अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है. आज पूरा विश्व भारत की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रहा है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2032 तक देश की ऊर्जा मांग दोगुनी हो जाएगी. ऐसे में केंद्र सरकार नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने में जुटी है. वर्ष 2030 तक गैर जीवाश्म आधारित स्रोतों से 500 गीगावाट ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य की प्राप्ति में राजस्थान बड़ी भूमिका निभाएगा.

सत्र में मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि हम चाहते हैं कि राजस्थान न केवल ऊर्जा में आत्मनिर्भर बने बल्कि अधिशेष वाला राज्य भी बने.

उन्होंने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में केंद्रीय उपक्रमों के साथ लगभग चार लाख करोड़ रुपये के करार (एमओयू) किए गए हैं. इनमें से लगभग एक लाख 70 हज़ार करोड़ रुपये के एमओयू के क्रियान्वयन के लिए संयुक्त उद्यम की स्थापना को मंत्रिमंडल से स्वीकृति भी दी जा चुकी है.

हमारा प्रयास अगले चार साल में राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता को 30 से बढ़ाकर 125 गीगावाट करने का है.

निवेश योजनाएं और समूह

टाटा पावर: टाटा पावर कंपनी राजस्थान में छतों पर सौर संयंत्र लगाने और इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग बुनियादी ढांचे सहित विभिन्न नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में 1.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी.

कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा कि कंपनी के निवेश का उद्देश्य राजस्थान को बिजली अधिशेष वाला राज्य बनाना है.

उद्घाटन समारोह के बाद सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य के लिए टाटा पावर का स्वच्छ ऊर्जा खाका 2070 तक देश के शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य और देश में अगले स्वच्छ ऊर्जा केंद्र के रूप में उभरने की राज्य की महत्वाकांक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगा.’’

टाटा पावर की पहल में 75,000 करोड़ रुपये के निवेश वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं. इसमें बीकानेर, जैसलमेर और जोधपुर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सौर, पवन और हाइब्रिड परियोजनाओं के साथ ‘रूफटॉप’ (छतों पर) सौर संयंत्र, पारेषण और वितरण तथा ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचा शामिल है.

कंपनी ने बाद में बयान में कहा कि इस निवेश से 28,000 नौकरियां सृजित होने और राजस्थान के लोगों को चौबीस घंटे, स्वच्छ, किफायती बिजली मिलने की उम्मीद है.

बयान में कहा गया है कि ‘घर-घर सौर पहल’ के तहत, टाटा पावर का 10 लाख घरों में छत पर सौर ऊर्जा प्रणालियां स्थापित करने का लक्ष्य है. कंपनी इसके लिए हर महीने लगभग 50,000 छतों पर सौर संयंत्र स्थापित करेगी.

वेदांता समूह: राजस्थान में अपनी कंपनियों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए अगले दो-तीन साल में वेदांता ग्रुप एक लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगा. इससे रोजगार के एक लाख अतिरिक्त अवसरों का सृजन होगा.

वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक वर्तमान में 10 लाख टन जस्ता का उत्पादन कर रही है. कंपनी का इरादा इसे दोगुना कर 20 लाख टन करने का है.

उन्होंने गैर-लाभकारी आधार पर एक औद्योगिक पार्क स्थापित करने की घोषणा भी की.

अग्रवाल ने कहा, ‘‘ऐसे कई उद्यमी हैं जो अवसरों की तलाश में हैं. हम कच्चा माल उपलब्ध कराएंगे और घर-घर बिजली पहुंचाएंगे. जस्ता और चांदी का उपयोग कर कई चीज़ें बनाई जा सकती हैं. हमें उम्मीद है कि हम तीन साल में पूरा निवेश कर लेंगे और उत्पादन क्षमता दोगुनी कर देंगे.’’

‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ में उन्होंने कहा कि वेदांता समूह की योजना राष्ट्रीय खजाने में करों के माध्यम से प्रतिवर्ष अपना योगदान बढ़ाकर 1.5 लाख करोड़ रुपये करने की है. इसमें से 40,000 करोड़ रुपये राजस्थान को मिलने की उम्मीद है.

अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमारी विस्तार योजना जारी है. हम सरकार की कर आय में अपना योगदान तीन गुना बढ़ाकर 1.5 लाख करोड़ रुपये करेंगे, जिसमें से 40,000 करोड़ रुपये राजस्थान को जाएंगे और पांच लाख लोगों के लिए रोजगार पैदा होगा.’’

अवाडा ग्रुप : ऊर्जा क्षेत्र में सक्रिय अवाडा ग्रुप ने राजस्थान को दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा केंद्र में बदलने के लिए एक लाख करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई.

अवाडा ग्रुप के चेयरमैन विनीत मित्तल ने यहां आयोजित ‘द राइजिंग राजस्थान 2024’ शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही.

मित्तल ने कहा कि यह निवेश न केवल हरित विनिर्माण को बढ़ावा देगा बल्कि लाखों नौकरियां भी पैदा करेगा, जिससे समूचे राजस्थान में लोग सशक्त होंगे.

अवाडा ग्रुप सौर मॉड्यूल विनिर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन और हरित हाइड्रोजन, हरित मेथनॉल, हरित अमोनिया और टिकाऊ विमानन ईंधन परियोजनाओं के विकास में सक्रिय है.

महिंद्रा समूह: ग्रुप का सौर प्रभाग राजस्थान में 11,000 करोड़ रुपये निवेश करने को प्रतिबद्ध है. महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने यहां ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ में कहा कि कंपनी ने राजस्थान में 1.1 गीगावाट सौर क्षमता स्थापित की है.

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सौर प्रभाग ने राजस्थान में 1.1 गीगावाट से अधिक क्षमता स्थापित की है. अतिरिक्त 2.8 गीगावाट क्षमता हासिल करने के लिए 11,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है.’’

महिंद्रा ने कहा कि समूह ने राज्य में 5,000 प्रत्यक्ष रोज़गार सृजन किए हैं और अगले पांच वर्षों में इसमें उल्लेखनीय वृद्धि करने की योजना है.

उन्होंने कहा, ‘‘क्लब महिंद्रा की राज्य में छह संपत्तियां हैं और आने वाले वर्षों में इसकी संख्या करीब दोगुनी करने की योजना है.’’

आदित्य बिड़ला समहू: बिड़ला समूह अगले कुछ वर्षों में राजस्थान में अपने विभिन्न कारोबारों में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहा है.

आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि समूह के निवेश में अगले एक-दो वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश भी शामिल होगा.

उन्होंने कहा कि समूह की भारत में छह व्यवसायों में महत्वपूर्ण उपस्थिति है जिनमें सीमेंट, दूरसंचार, फैशन रिटेल आदि शामिल हैं.

बिड़ला ने यहां ‘राइजिंग राजस्थान निवेश शिखर सम्मेलन’ में कहा, ‘‘ हम अपने सभी व्यवसायों में निवेश बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुझे लगता है कि हमारा समूह अगले कुछ वर्षों में सीमेंट, नवीकरणीय ऊर्जा, दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.’’

उन्होंने कहा कि कंपनी राजस्थान में अपना सीमेंट उत्पादन एक करोड़ टन बढ़ाएगी. वर्तमान में समूह की कंपनी अल्ट्रा टेक सीमेंट की राजस्थान में उत्पादन क्षमता दो करोड़ टन है.

बिड़ला ने कहा कि समूह की आभूषण कारोबार इकाई भी राज्य में एक छोटी विनिर्माण इकाई स्थापित करने की योजना बना रही है.


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