नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) रियल्टी क्षेत्र की कंपनी डीएलएफ के चेयरमैन राजीव सिंह ने कहा कि आवास ऋण दरों में बढ़ोतरी से निकट भविष्य में घरों की मांग को लेकर चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं लेकिन कंपनी को किसी बड़े प्रतिकूल प्रभाव की आशंका नहीं है।
सिंह ने कहा कि मजबूत मांग के बूते आवासीय क्षेत्र में ढांचागत पुनरुद्धार हुआ है और भरोसेमंद कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी भी बढ़ रही है।
बुधवार को कंपनी के शेयरधारकों की 57वीं आमसभा को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘बीते दो साल में आवासीय क्षेत्र ने मजबूत ढांचागत पुनरुद्धार दिखाया है।’’ उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ रहा है और बड़ी एवं भरोसेमंद कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी भी बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘आवास ऋण दरें बढ़ने से निकट भविष्य में मांग पर असर हो सकता है। हालांकि, हमारे क्षेत्र में मांग और भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को देखते हुए इसका कोई विशेष प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।’’
भारतीय रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए मई से लेकर अबतक रेपो दर में 1.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है जिसके चलते आवास ऋण पर ब्याज दर भी बीते कुछ माह में 6.5 प्रतिशत से बढ़कर करीब आठ प्रतिशत पर पहुंच गई है। सिंह ने कहा कि मांग में वृद्धि को देखते हुए डीएलएफ ने विभिन्न क्षेत्रों और विभिन्न उत्पादों के बाजार में नए उत्पादों की पेशकश की है और इस तरह चालू वित्त वर्ष में बिक्री बुकिंग में अच्छी वृद्धि देखने को मिली है।
डीएलएफ की बिक्री बुकिंग 2021-22 में बढ़कर 7,273 करोड़ रुपये हो गई जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 3,084 करोड़ रुपये थी। वहीं, डीएलएफ की बिक्री बुकिंग पिछले वर्ष की जून तिमाही के 1,014 करोड़ रुपये से बढ़कर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2,040 करोड़ रुपये हो गई।
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