नयी दिल्ली, 18 फरवरी (भाषा) कुछ खाद्य उत्पादों की कीमतें बढ़ने से जनवरी में कृषि कामगारों एवं ग्रामीण श्रमिकों के लिए खुदरा महंगाई दर बढ़कर क्रमशः 5.49 प्रतिशत और 5.74 प्रतिशत हो गई।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक कृषि कामगारों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-एएल) पर आधारित मुद्रास्फीति दर जनवरी 2022 में 5.49 प्रतिशत रही। वहीं ग्रामीण श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-आरएल) पर आधारित मुद्रास्फीति दर 5.74 प्रतिशत रही।
इसके पहले दिसंबर 2021 में कृषि कामगारों के लिए महंगाई दर 4.78 प्रतिशत और ग्रामीण श्रमिकों के लिए 5.03 प्रतिशत रही थी।
श्रम मंत्रालय ने कहा कि जनवरी 2021 में सीपीआई-एल 2.17 प्रतिशत और सीपीआई-आरएल 2.35 प्रतिशत रही थी।
जहां तक जनवरी 2022 का सवाल है तो इस महीने में खाद्य उत्पादों की कीमतें बढ़ने से कृषि कामगारों एवं ग्रामीण श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति दर बढ़ गई है। जनवरी में कृषि कामगारों के लिए खाद्य मुद्रास्फीति 4.15 प्रतिशत रही जबकि ग्रामीण श्रमिकों के लिए यह 4.33 प्रतिशत रही। दिसंबर 2021 में यह क्रमशः 2.99 प्रतिशत और 3.17 प्रतिशत रही थी।
राष्ट्रीय स्तर पर सीपीआई-एएल दिसंबर 2021 की तुलना में जनवरी 2022 में 2 अंक घटकर 1,095 पर आ गया जबकि सीपीआई-आरएल एक अंक की कमी के साथ 1,105 अंक पर रहा।
राज्यों में सबसे ज्यादा गिरावट उत्तर प्रदेश में दर्ज की गई जहां दोनों ही श्रेणियों में महंगाई सूचकांक में 9-9 अंक की गिरावट देखी गई। इसके उलट सीपीआईृ-एल में सर्वाधिक 8 अंक की वृद्धि हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में देखी गई।
भाषा प्रेम रमण
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