नई दिल्ली: अक्टूबर महीने में खुदरा महंगाई में गिरावट आई है और यह बीते चार महीनों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 4.87 प्रतिशत रही. शीर्ष बैंक द्वारा बताया गया था कि सितंबर में खुदरा महंगाई दर 5.02 प्रतिशत थी.
इससे पहले अगस्त में खुदरा महंगाई दर 6.83 प्रतिशत थी, जबकि इस साल जुलाई में खुदरा महंगाई दर 15 महीनों में सर्वाधिक 7.44 पर पहुंच गई थी.
इस साल जून में भी महंगाई दर 4.87 प्रतिशत दर्ज की गई थी.
बता दें की बीते साल अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 6.77 प्रतिशत रही थी.
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने पहले ही अपनी अक्टूबर बैठक में वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा महंगाई 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. वित्त वर्ष 2022-23 में खुदरा महंगाई दर 6.7 प्रतिशत था.
खाने-पीने की चीज हुई सस्ती
सांख्यिकी मंत्रालय ने महंगाई दर के लिए अपना आंकड़ा जारी किया है. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक खाने-पीने की चीजों की महंगाई में मामूली गिरावट देखी गई है. अक्टूबर में खाद्य महंगाई दर 6.61 प्रतिशत रही जो सितंबर में 6.62 प्रतिशत थी.
अगर बात अक्टूबर 2022 की करे तो उस समय खाद्य महंगाई दर 7.01 प्रतिशत रही थी. ग्रामीण क्षेत्रों में खुदरा महंगाई 5.12 प्रतिशत थी जबकि खाने पीने की चीजें 6.17 प्रतिशत महंगी थी.
अक्टूबर महीने में दाल की कीमतों में काफी इजाफा देखने को मिला. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, दालों की महंगाई दर 18.79 प्रतिशत रही जो सितंबर में 16.38 प्रतिशत थी. अनाज और उनसे जुड़ी चीजें में मामूली गिरावट देखने को मिली. अक्टूबर में अनाज से जुड़ी चीजों की महंगाई दर 10.65 प्रतिशत थी जो सितंबर के 10.95 के मुकाबले थोड़ा कम था. सब्जियों की कीमत में भी थोड़ी गिरावट हुई है. अक्टूबर में सब्जियों की महंगाई दर 2.70 प्रतिशत के मुकाबले सितंबर में 3.39 प्रतिशत थी.
बता दें कि खुदरा महंगाई दर के लिए आरबीआई का लक्ष्य 4 प्रतिशत पर स्थिर रखने का है. हालांकि, महंगाई दर 5 प्रतिशत से नीचे आने के चलते आरबीआई के लिए राहत का विषय है.
हाल ही में रिजर्व बैंक प्रमुख ने कहा था कि हम महंगाई को लेकर पूरी तरह से सतर्क है. देश के आर्थिक विकास को गति देने के साथ साथ हम महंगाई पर काबू पाने के लिए काम कर रहे हैं.
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