नयी दिल्ली, 28 फरवरी (भाषा) औद्योगिक कर्मचारियों की खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 5.84 प्रतिशत पर पहुंच गयी। मुख्य रूप से कुछ खाने का सामान महंगा होने से महंगाई दर बढ़ी है।
श्रम मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा, ‘‘जनवरी महीने में सालाना आधार पर मुद्रास्फीति बढ़कर 5.84 प्रतिशत पहुंच गयी जो इससे पिछले महीने दिसंबर 2021 में 5.56 प्रतिशत थी। वहीं एक साल पहले जनवरी, 2021 में यह 3.15 प्रतिशत थी।
बयान के अनुसार, आलोच्य महीने में खाद्य मुद्रास्फीति 6.22 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व दिसंबर महीने में 5.93 प्रतशत थी। एक साल पहले जनवरी, 2021 में यह 2.38 प्रतिशत थी।
आंकड़ों के अनुसार, अखिल भारतीय सीपीआई-आईडब्ल्यू (औद्योगिक कर्मचारियों के लिये उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) जनवरी, 2022 में 0.3 अंक घटकर 125.1 अंक रहा। यह दिसंबर, 2021 में 125.4 अंक था।
एक माह में प्रतिशत बदलाव के आधार पर पिछले महीने के संदर्भ में इसमें 0.24 प्रतिशत की कमी आयी।
मौजूदा सूचकांक में बदलाव का मुख्य कारण खाद्य और पेय पदार्थ समूह का योगदान है। कुल बदलाव में इसकी 0.82 प्रतिशत अंक की हिस्सेदारी है। जिंसों के आधार पर ताजा मछली, सरसों तेल, सेब, गाजर, प्याज, आलू आदि के कारण सूचकांक नीचे आया।
हालांकि, मकान किराया, चावल, गेहूं, मांस आदि के दामों में तेजी ने गिरावट पर अंकुश लगाया।
केंद्र स्तर पर पुडुचेरी में सर्वाधिक 7.3 प्रतिशत की कमी आयी। दूसरी तरफ, लुधियाना में सबसे अधिक 2.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
भाषा
रमण अजय
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