मुंबई, 30 मार्च (भाषा) सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी ने शनिवार को कहा कि उद्योग जगत पर एक मजबूत और अधिक समावेशी भारत बनाने की जिम्मेदारी है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ने रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) द्वारा यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भरोसा जताया कि उद्योग जगत अगले कुछ दशकों में 100 अरब डॉलर के निर्यात स्तर को छूने के अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘व्यावसायिक समुदाय के रूप में हम सभी की सामूहिक रूप से जिम्मेदारी है कि हम एक मजबूत, बेहतर और अधिक समावेशी भारत का निर्माण करें, ताकि हमारे प्रधानमंत्री ने अगले दशकों में हमारे लिए एक विकसित भारत, एक पूर्ण विकसित भारत का जो लक्ष्य रखा है, उसे पूरा किया जा सके।’’
अंबानी ने पिछले कुछ दशकों में निर्यात को 40 अरब डॉलर तक पहुंचाने और देश में 50 लाख से अधिक नौकरियां पैदा करने के लिए रत्न और हीरा उद्योग को बधाई दी।
अंबानी ने कहा कि पालनपुर के लोगों के नेतृत्व में एक छोटी शुरुआत से आज उद्योग ने एक बड़ी प्रगति की है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें इस काम पर ‘गर्व’ है।
उन्होंने कहा कि अंबानी परिवार की जड़ें काठियावाड़ में हैं और उन्होंने पालनपुर के लोगों के साथ मिलकर काम करने की संभावनाओं का भी संकेत दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘कभी-कभी काठईवाड़ियों और पालनपुरियों के बीच साझेदारी अवसर को बड़ा बना सकती है।’’
अंबानी ने यह भी कहा कि उनकी बहू श्लोका मेहता इस क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों में से एक, रोडीब्लू के रसेल मेहता की बेटी हैं, और कहा कि अंबानी परिवार श्लोका को पाकर ‘भाग्यशाली’ है।
भाषा राजेश राजेश पाण्डेय
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