नयी दिल्ली, 26 फरवरी (भाषा) रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) ने बांडधारकों को 25 फरवरी को देय ब्याज भुगतान में चूक की है।
कंपनी ने शनिवार को शेयर बाजार को बताया कि उसकी मूल कंपनी रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड के पूर्व प्रवर्तकों द्वारा की गई बेइमानी और हेराफेरी के चलते परिसंपत्ति देनदारी में अंतर आने के चलते ऐसा हुआ।
कंपनी ने बताया कि आरएफएल ने 25 फरवरी, 2022 को गैर-परिवर्तनीय ऋण पत्रों (एनसीडी) के लिए 96 लाख रुपये के ब्याज भुगतान में चूक की है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) की सहायक कंपनी आरएफएल को जनवरी 2018 में सुधारात्मक कार्य योजना (सीएपी) के तहत रखा था।
भाषा पाण्डेय मानसी
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