नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) रिलायंस इंडस्ट्रीज की अनुषंगी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर, ओला इलेक्ट्रिक, हुंदै ग्लोबल मोटर्स कंपनी तथा राजेश एक्सपोर्ट्स को देश में बैटरी विनिर्माताओं के लिये 18,100 करोड़ रुपये की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत सहायता को लेकर मंजूरी मिली है।
एक सूत्र ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘मंत्रालय को 1,30,000 मेगावॉट घंटा क्षमता के लिये 10 कंपनियों से बोलियां मिली हैं। रिलायंस, ओला इलेक्ट्रिक, हुंदै और राजेश एक्सपोर्ट्स एसीसी बैटरी के लिये पात्र पायी गयी हैं।’’
इसके अलावा एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल (एसीसी) बैटरी के लिए पीएलआई योजना तहत आवेदन देने वालों में लुकास-टीवीएस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अमारा राजा बैटरीज, एक्साइड इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो और इंडिया पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड शामिल हैं।
यह योजना 14 जनवरी को सुबह 11 बजे तक आवेदनों के लिए खुली थी। तकनीकी बोली 15 जनवरी को खोली गई थी।
चयनित फर्मों को दो साल की अवधि के भीतर विनिर्माण सुविधा स्थापित करनी होगी। इसके बाद भारत में विनिर्मित बैटरियों की बिक्री पर पांच साल की अवधि के लिये प्रोत्साहन दिया जाएगा।
सरकार ने 18,100 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन के साथ 50,000 मेगावॉट घंटा (जीडब्ल्यूएच) विनिर्माण क्षमता प्राप्त करने को पीएलआई योजना ‘एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल बैटरी स्टोरेज’ पर राष्ट्रीय कार्यक्रम को मंजूरी दी है। इस पहल का मकसद देश की विनिर्माण क्षमता को बढ़ाना है।
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रमण अजय
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