नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय की जांच इकाई डीजीटीआर ने चीन से आयात होने वाले सोलर सेल पर तीन साल के लिए डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश की है। इसका उद्देश्य घरेलू उद्योगों को सस्ते आयात से बचाना है।
व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने अपने अंतिम निष्कर्ष में कहा कि सोलर सेल, चाहे मॉड्यूल में असेम्बल हों या पैनलों से निर्मित हों, भारत में सामान्य मूल्य से कम कीमत पर आयात किए गए हैं, जिससे डंपिंग हुई है।
डीजीटीआर ने एक अधिसूचना में कहा कि सोलर सेल के आयात पर तीन साल के लिए डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की अनुशंसा की जाती है। यह शुल्क माल के सीआईएफ मूल्य (लागत, बीमा, ढुलाई) के प्रतिशत के रूप में लगेगा।
कुछ चीनी कंपनियों के लिए डंपिंग-रोधी शुल्क 23 प्रतिशत और कुछ के लिए 30 प्रतिशत सीआईएफ मूल्य के हिसाब से लगाने की सिफारिश की गई है।
हालांकि इस बारे में अंतिम निर्णय वित्त मंत्रालय ही लेगा।
इसके साथ ही डीजीटीआर ने चिली एवं चीन से आयातित वर्जिन मल्टी-लेयर पेपरबोर्ड… तुर्की, रूस, अमेरिका एवं ईरान से सोडा ऐश और वियतनाम से कैल्शियम कार्बोनेट फिलर मास्टरबैच के आयात पर भी शुल्क लगाने की सिफारिश की है।
भारत ने पहले भी कई उत्पादों पर चीन सहित अन्य देशों से सस्ते आयातों को रोकने के लिए यह शुल्क लगाया है।
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प्रेम रमण
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