नयी दिल्ली, आठ अप्रैल (भाषा) रियल एस्टेट क्षेत्र ने रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा का स्वागत करते हुए इसे आर्थिक वृद्धि की गति को बरकरार रखने और मांग को बढ़ाने वाला बताया।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में प्रमुख नीतिगत दर रेपो में लगातार 11वीं बार कोई बदलाव नहीं करते हुए इसे चार प्रतिशत के निचले स्तर पर कायम रखा।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि भू-राजनीतिक चुनौतियों के साथ ही मुद्रास्फीति के दबावों के बावजूद रिजर्व बैंक ने आर्थिक वृद्धि की गति को बनाए रखने की जरूरत को समझा।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘हम रेपो दर पर आरबीआई के लगातार उदार रुख और यथास्थिति का स्वागत करते हैं। रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए कम ब्याज दरों ने मांग बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाई है। रेपो दरों पर यथास्थिति से मौजूदा मांग के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलेगी।’’
अजमेरा रियल्टी एंड इंफ्रा इंडिया लिमिटेड के निदेशक धवल अजमेरा ने कहा, ‘‘रियल एस्टेट ब्याज दर को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों में से एक होने के कारण यथास्थिति का स्वागत करता है। हम उम्मीद करते हैं कि आवास ऋण की कम दर जारी रहने से मांग पक्ष में उछाल बना रहेगा।’’
एबीए कॉरपोरेशन के निदेशक अमित मोदी ने कहा कि मौजूदा मुद्रास्फीति संबंधी चुनौतियों के बावजूद आरबीआई की घोषणा से अर्थव्यवस्था को लाभ होगा, खरीदारों को संपत्ति खरीदने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा और नए निवेशक बाजार में आएंगे।
हाउसिंग डॉटकॉम, मकान डॉटकॉम एवं प्रॉपटाइगर डॉटकॉम के समूह सीईओ ध्रुव अग्रवाल ने कहा कि आरबीआई ने आवास क्षेत्र के महत्व और अर्थव्यवस्था को बढ़ाने वाले प्रभावों को मान्यता दी है। बिक्री संख्या दर्शाती है कि भारत का रियल एस्टेट क्षेत्र लगातार सुधार दर्शा रहा है।
सिग्नेचर ग्लोबल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि शीर्ष बैंक का उदार दृष्टिकोण घर खरीदारों के भरोसे को बढ़ाएगा। आवास बाजार में लगातार सुधार पूरी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा।
भाषा पाण्डेय अजय
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