नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और अर्थशास्त्री रोहित लांबा ने भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य पर एक किताब लिखी है। ‘ब्रेकिंग द मोल्ड: रीइमेजिनिंग इंडियाज इकनॉमिक फ्यूचर’ नाम की इस किताब में अर्थव्यवस्था के आकार और रोजगार देने की क्षमता जैसे महत्वपूर्ण सवालों के जवाब तलाशे गए हैं।
पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया (पीआरएचआई) के बिजनेस इंप्रिंट के तहत दिसंबर में प्रकाशित होने वाली यह किताब अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारत के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों पर प्रकाश डालती है।
पीआरएचआई ने एक बयान में राजन के हवाले से कहा, ‘‘भारत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। अब हम जो निर्णय लेंगे, वह इसके आर्थिक भविष्य को तय करेगा। हमारी पुस्तक भारत के विकल्पों को रेखांकित करती है – या तो वह पुराने रास्तों को अपना सकता है, या एक नई योजना बना सकता है।”
किताब में बताया गया है कि भारत कैसे मानव पूंजी में निवेश करके, उच्च-कुशल सेवाओं और नए उत्पादों पर केंद्रित विनिर्माण को बढ़ावा देकर, तथा देश को विचारों और रचनात्मकता का केंद्र बनाकर आर्थिक वृद्धि को गति दे सकता है।
इस किताब की कीमत 799 रुपये है और फिलहाल इसकी ऑनलाइन अग्रिम बुकिंग की जा सकती है।
भाषा पाण्डेय अजय
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