मुंबई, 22 मई (भाषा) लेखांकन विवाद में घिरे इंडसइंड बैंक के प्रवर्तक समूह आईआईएचएल के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने बृहस्पतिवार को कहा कि बैंक के अंतरिम प्रबंधन के ‘त्वरित’ उपायों से निजी क्षेत्र के ऋणदाता के प्रति दोबारा भरोसा जगाने में मदद मिलेगी।
इसके साथ ही हिंदुजा ने कहा कि जरूरत पड़ने पर बैंक को और अधिक पूंजी के साथ समर्थन देने के लिए आईआईएचएल प्रतिबद्ध है।
हिंदुजा ने एक बयान में कहा, ‘मैं विसंगतियों और चिंता के संबंधित क्षेत्रों को दूर करने के लिए उचित, त्वरित कार्रवाई के लिए बैंक के चेयरमैन और निदेशक मंडल के प्रति अपना भरोसा व्यक्त करता हूं।’
यह बयान संकटग्रस्त बैंक द्वारा मार्च तिमाही में 2,329 करोड़ रुपये के घाटे की सूचना देने के एक दिन बाद आया है। बैंक प्रबंधन ने हाल ही में चिह्नित सभी विसंगतियों को स्वीकार करने के साथ यह माना है कि इसमें कुछ कर्मचारियों की धोखाधड़ी की भूमिका थी।
हिंदुजा ने कहा, ‘इस कदम से पारदर्शिता और संचालन के उच्च मानक बनेंगे, जिससे बैंक में नए सिरे से भरोसा पैदा होगा। इन कार्रवाइयों ने यह सुनिश्चित किया है कि बैंक का व्यवसाय मजबूत पूंजी पर्याप्तता के साथ स्वस्थ बना रहे।’
हिंदुजा ने ‘उचित मार्गदर्शन के साथ बहुत व्यवस्थित तरीके से मुद्दों को संबोधित करने’ के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की भी सराहना की।
लेखांकन में गड़बड़ियों का मामला गहराने के बाद बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुमंत कठपालिया और डिप्टी सीईओ अरुण खुराना ने 29 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया था।
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