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सोमवार, 5 मई, 2025
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पंजाब एंड सिंध बैंक के मुद्रा ऋण से जमीनी स्तर पर 10 लाख रोजगार पैदा हुए : प्रबंध निदेशक

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नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) पंजाब एंड सिंध बैंक के प्रबंध निदेशक स्वरूप कुमार साहा ने कहा कि बैंक ने पिछले 10 साल में जो मुद्रा ऋण उपलब्ध कराएं उससे जमीनी स्तर पर 10 लाख नौकरियां उत्पन्न हुई हैं।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) की गत 10 वर्षों की प्रगति पर साहा ने कहा कि बैंक ने इस योजना के तहत 12,820 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है, जिससे देश भर में 6.84 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं।

साहा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ इनमें छोटे विक्रेता, महिला उद्यमी, कारीगर और युवा शामिल हैं जो अब आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के लिए सशक्त हैं। हमने ऋण शिशु (50,000 रुपये तक के ऋण) श्रेणी के करीब 44 प्रतिशत कर्ज वितरित किए है, जो पहली बार कर्ज लेने वालों और जमीनी स्तर पर उद्यमिता पर हमारे ध्यान देने की नीति को दर्शाता है। ’’

उन्होंने कहा कि पंजाब एंड सिंध बैंक ने उद्यमियों को अपना कारोबार स्थापित करने और उसका विस्तार करने में सक्षम बनाया है, जिससे रोजगार सृजन हुआ है।

साहा ने कहा, ‘‘ इस योजना के जरिये बैंक द्वारा जमीनी स्तर पर अबतक करीब 10 लाख नौकरियां सृजित हुईं।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने आठ अप्रैल, 2015 को सदस्य ऋण संस्थानों के माध्यम से गारंटी-मुक्त संस्थागत कर्ज उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू की थी।

पीएमएमवाई के तहत सदस्य संस्थाओं (एमएलआई) जैसे अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी), क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी), लघु वित्त बैंक (एसएफबी), गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) और लघु वित्त संस्थान (एमएफआई) आदि द्वारा 20 लाख रुपये तक के गारंटी-मुक्त ऋण दिए जाते हैं।

ये ऋण विनिर्माण, व्यापार व सेवा क्षेत्रों में आय-उत्पादक गतिविधियों और कृषि से जुड़ी कार्यों के लिए दिए जाते हैं।

यह योजना छोटे व्यवसायों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई थी और बैंकों को तीन श्रेणियों… शिशु (50,000 रुपये तक), किशोर (50,000 रुपये से पांच लाख रुपये के बीच) और तरुण (20 लाख रुपये) के तहत 20 लाख रुपये तक के गारंटी-मुक्त ऋण प्रदान करने को कहा गया था।

भाषा निहारिका अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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