मुंबई, 11 मार्च (भाषा) भारतीय अर्थव्यवस्था पर रूस-यूक्रेन संघर्ष के असर को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की विवेकपूर्ण बजट धारणाएं यह सुनिश्चित करेंगी कि अर्थव्यवस्था का व्यापक आधार मजबूत बना रहे।
आम बजट पेश होने से कुछ दिन पहले सीईए बनाए गए नागेश्वरन ने कहा कि वृद्धि और राजस्व संग्रह की धारणाएं विवेकपूर्ण हैं, क्योंकि उनमें मौजूदा अनिश्चितताओं का ध्यान रखा गया है।
नागेश्वरन ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘तेल की कीमत और भू-राजनीतिक घटनाक्रम के संबंध में दीर्घकालिक अनिश्चितताओं को छोड़कर, हमारे व्यापक आधार इन घटनाओं से पैदा होने वाले निकट-अवधि के झटके का सामना करने में सक्षम हैं।’’
हालांकि उन्होंने इस मौके पर रूस के यूक्रेन पर हमले या तेल की कीमतों में हुई भारी बढ़ोतरी का कोई विशेष उल्लेख नहीं किया। गौरतलब है कि पिछले दिनों कच्चे तेल की कीमत 140 डॉलर प्रति बैरल के उच्च स्तर तक पहुंच गई थीं।
नागेश्वरन ने कहा कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि, मुद्रास्फीति और मौद्रिक नीति पर हालिया घटनाक्रम के असर का आकलना विशेष अवधि के आधार पर करना होगा।
उन्होंने कहा कि ये सभी घटनाक्रम अभी शुरुआती अवस्था में हैं, और इस स्तर पर किसी निष्कर्ष तक पहुंचना बहुत जल्दबाजी होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि देश को किसी भी अनहोनी के लिए तैयार और सतर्क रहने की जरूरत है।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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