मुंबई, पांच सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि राज्य में लगने वाले उद्योगों के बीच वैश्विक प्रतिस्पर्द्धा की क्षमता बढ़ाने के मकसद से एक नई औद्योगिक नीति लाई जाएगी।
योगी आदित्यनाथ ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार नई औद्योगिक नीति लाने की तैयारियों में जुटी हुई है।
उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश के भीतर एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश का पहला राज्य बनने की क्षमता मौजूद है और राज्य सरकार ने वर्ष 2027 तक उत्तर प्रदेश को एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम बाजार की बदलती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नई औद्योगिक नीति लाने जा रहे हैं। इस नीति का एक प्रमुख उद्देश्य राज्य में स्थापित हो रहे उद्योंगों की वैश्विक प्रतिस्पर्द्धात्मकता को बढ़ाना होगा।’’
योगी ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश नए भारत में एक मॉडल राज्य के तौर पर सामने आ रहा है और इसमें भारत का एक लाख करोड़ डॉलर वाला पहला राज्य बनने की क्षमता भी है।’’
उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को वर्ष 2027 तक पाने के लिए राज्य सरकार ने पहले से ही एक योजना लागू की हुई है और राज्य सरकार ने आर्थिक वृद्धि के उस स्तर को हासिल करने के लिए सभी जरूरी सुधार किए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने के लिए पिछले महीने डेलॉयट इंडिया को अपने सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश के भीतर आर्थिक वृद्धि के मामले में सबसे तेजी से बढ़ता राज्य है। इतनी बड़ी आबादी वाले राज्य को देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर तक ले जाने में अहम भूमिका निभानी होगी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने पिछले पांच वर्षों में चार लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित किया है।
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प्रेम जतिन
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