scorecardresearch
Tuesday, 25 November, 2025
होमदेशअर्थजगतलंबे मानसून से बिजली मांग वृद्धि घटकर 1.5-2 प्रतिशत रहने का अनुमानः इक्रा

लंबे मानसून से बिजली मांग वृद्धि घटकर 1.5-2 प्रतिशत रहने का अनुमानः इक्रा

Text Size:

नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) रेटिंग एजेंसी इक्रा ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बिजली मांग में वृद्धि का अनुमान 4-4.5 प्रतिशत से घटाकर 1.5-2 प्रतिशत कर दिया। मानसून के लंबे समय तक सक्रिय रहने से बिजली मांग में गिरावट आई है।

रेटिंग एजेंसी ने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि नवंबर 2025 के पहले 10 दिनों में भी देश की बिजली मांग सालाना आधार पर तीन प्रतिशत कम हुई है। वहीं, अप्रैल-अक्टूबर 2025 के सात महीनों में खपत लगभग स्थिर रही है।

इक्रा के उपाध्यक्ष एवं सह-समूह प्रमुख अंकित जैन ने कहा, “जल्दी शुरू हुए और अधिक समय तक चले मानसून की वजह से पूरे वर्ष बिजली मांग कमजोर रही। हालांकि सर्दियों के दौरान बिजली मांग में कुछ सुधार की उम्मीद है लेकिन समूचे वित्त वर्ष के लिये मांग वृद्धि अनुमान को 4-4.5 प्रतिशत से घटाकर 1.5–2 प्रतिशत कर दिया गया है।”

चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल–सितंबर) के दौरान 25.7 गीगावाट बिजली उत्पादन क्षमता जोड़ी गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में जोड़े गए 10.7 गीगावाट के दोगुने से भी अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में आई तेजी का नतीजा है।

रेटिंग एजेंसी ने अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2025-26 की पूरी अवधि में बिजली उत्पादन क्षमता में 45–50 गीगावाट क्षमता की वृद्धि हो सकती है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में काफी अधिक होगी।

ताप विद्युत संयंत्रों में 10 नवंबर तक कोयले का भंडार 16.6 दिन का हो गया, जो अक्टूबर के अंत में 15.6 दिन था।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments