नयी दिल्ली, 28 फरवरी (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि ‘पीएम गति शक्ति’ पहल से अंतिम छोर तक संपर्क की सुविधा मिलेगी और सार्वजनिक एवं निजी निवेश का एक चक्र शुरू होगा जिसका अर्थव्यवस्था पर गुणक प्रभाव पड़ेगा।
सरकार ने पिछले साल पीएम गति शक्ति- राष्ट्रीय मास्टर प्लान की घोषणा विभागीय गतिरोधों को दूर करने के लिए की थी। इसके जरिये परिवहन के विविध माध्यमों के बीच सामंजस्य स्थापित करने और अंतिम दौर की कनेक्टिविटी मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया है।
गोयल ने कहा कि विभिन्न ढांचागत परियोजनाओं के बीच सामंजस्य स्थापित करने वाली इस पहल से ‘एक राष्ट्र, एक मास्टर प्लान’ में प्राथमिकता निर्धारण, अधिकतम उपयोग और तालमेल स्थापित करने पर जोर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इससे लॉजिस्टिक की लागत दुनिया के अन्य देशों के तुलनात्मक स्तर पर आ जाएगी। इसके अलावा यह उद्योगों को अपने कारखानों का निर्माण भविष्य को ध्यान में रखकर करने और केंद्र एवं राज्यों को सुविधाओं के विकास में भी सक्षम बनाएगा।
गोयल ने ‘पीएम गतिशक्तिः तेज आर्थिक वृद्धि के लिए सहक्रियता का निर्माण’ विषय पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इससे रहन-सहन सुगम होने के साथ कारोबारी सुगमता के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाने में भी मदद मिलेगी।’’
उन्होंने देश के बेहतरीन बंदरगाह में शुमार जेएनपीटी का जिक्र करते हुए कहा कि खराब नियोजन की वजह से इस बंदरगाह तक कनेक्टिविटी की हालत बहुत खराब हुआ करती थी। इस पहल के जरिये इस स्थिति को बदलने की कोशिश की जा रही है।
गोयल ने कहा कि इस योजना के लागू होने से केंद्र एवं राज्यों के बीच समन्वय की कमी और देश के अलग-अलग हिस्सों में असमान वृद्धि की समस्या भी दूर की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रक्रियागत तेजी आएगी, लागत बढ़ने की दर घटेगी और कार्य की गुणवत्ता भी सुधरेगी।
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प्रेम अजय
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