नयी दिल्ली, पांच जून (भाषा) शिक्षा-प्रौद्योगिकी मंच बायजू की प्रवर्तक कंपनी ‘थिंक एंड लर्न’ के सह-संस्थापक और पूर्व प्रवर्तक रिजू रवींद्रन ने ग्लास ट्रस्ट को वित्तीय लेनदार के रूप में कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) से हटाने के लिए दिवाला न्यायाधिकरण एनसीएलटी का दरवाजा खटखटाया है।
रवींद्रन ने अपनी याचिका में ग्लास ट्रस्ट पर खुद को ‘धोखे’ से वित्तीय लेनदार के रूप में पेश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) से ग्लास ट्रस्ट को लेनदारों का प्रतिनिधित्व करने के अपने अधिकार को साबित करने’ का निर्देश देने की अपील की है।
रवींद्रन ने कहा है कि अमेरिकी ऋणदाता का प्रतिनिधित्व कर रहे ग्लास ट्रस्ट के पास सावधि ऋण प्रदाताओं के गठजोड़ के सिर्फ 17.38 प्रतिशत मताधिकारों के ही प्रतिनिधित्व का अधिकार है। जबकि 50 प्रतिशत से अधिक ऋण हिस्सेदारी रखने वाले संस्थानों की तरफ से अधिकृत होना जरूरी है।
अमेरिकी कंपनी ग्लास ट्रस्ट कंपनी के पास बायजू का 1.2 अरब डॉलर बकाया है।
रवींद्रन ने एनसीएलटी से ग्लास ट्रस्ट को सीओसी से फौरन हटाने का निर्देश देने और इस समिति द्वारा लिए गए सभी निर्णयों को रद्द करने की गुहार लगाई है।
उन्होंने कहा है कि ऋणदाताओं के प्रतिनिधित्व को साबित न करने तक न्यायाधिकरण बायजू के खिलाफ कर्ज समाधान प्रक्रिया चलाने पर रोक लगा दिया जाए।
इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को एनसीएलटी की बेंगलुरु पीठ के समक्ष होनी है।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.